Exhibitions on a Handmade Items by Science and Environmental Department

Departments : ENVIRONMENT STUDIES, CHEMISTRY, BOTANY/BIO-TECH/ZOOLOGY, PHYSICS

From : 21-10-2022    To Date : 21-10-2022

प्लास्टिक मानव जीवन और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक : चंचल बत्रा एमएम कॉलेज में पर्यावरण विभाग ने लगाई प्रदर्शनी, विद्यार्थियों ने वेस्ट मैटिरियल से बनाई शानदार वस्तुएं फतेहाबाद। मनोहर मैमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और इको फ्रेंडली दीपावली मनाने के उद्देश्य से पर्यावरण एवं मेडिकल साइंस विभाग की ओर से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में कॉलेज के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और हर पर पड़े वेस्ट मैटिरियल का सदुपयोग करते हुए उनसे विभिन्न प्रकार की वस्तुएं बनाई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी सदस्य एवं प्रमुख समाजसेविका चंचल बत्रा ने भाग लिया और प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित हुनर की जमकर सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने की। पर्यावरण विभागाध्यक्ष प्रो. तारिका नारंग व प्रो. वंदना ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि विद्यार्थियों द्वारा वेस्ट मैटिरियल का प्रयोग कर कपड़े के थैले, पैन स्टैण्ड, फोटो फ्रैम, फ्लावर पोट सहित विभिन्न प्रकार की वस्तुएं बनाई, जिन्हें इस प्रदर्शनी में शामिल किया गया। विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए मुख्यअतिथि चंचल बत्रा ने कहा कि देश में प्लास्टिक का बढ़ता प्रयोग मानव जीवन के लिए चिंता का विषय है। प्लास्टिक का उपयोग हर हाल में बंद होना चाहिए। यह मानव जीवन और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक है। क्योंकि यह एक तो विनष्ट नहीं होता है। यदि इसका किसी तरह से जला कर भी निस्तारण करें तो पूरे वायु मण्डल और जमीन दोनों को काफी दिनों तक क्षति पहुंचाता है, इसलिए किसी भी कीमत पर इसका प्रयोग न करें। उन्होंने कहा कि हम जब भी घर से खरीददारी करने के लिए निकले तो अपने साथ कपड़े का थैला अवश्य रखें। प्रो. मंजू कड़वासरा ने बताया कि आजकल मार्किट में फोल्डिंग क्लॉथ बैग्स भी आ रहे हैं, जिनका हम यूज कर सकते हैं। यह पर्स या पॉकेट में आसानी से ले जाए जा सकते हैं। कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने कहा कि पॉलीथीन का बेहतर विकल्प कागज, कपड़े और जूट के बैग हो सकते हैं। ये पूरी तरह ईको फ्रेंडली हैं। इनके इस्तेमाल से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता है। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित किए गए सामान की जमकर सराहना की और प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए प्रो. वंदना, प्रो. मनीषा, प्रो. मंजू कड़वासरा, प्रो. शुभम को बधाई दी। अंत में डॉ. मिनाक्षी कोहली द्वारा आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया गया।

Attachments

Events
Designed & Maintained By: Zimong Software Pvt. Ltd.